कोरबा जिले में कोयला खनन को लेकर बढ़ा विरोध, ग्रामीणों ने खनन कंपनियों पर लगाए विस्थापन के आरोप
सैकड़ों ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन, पुनर्वास नीति को लेकर सरकार से की बड़ी मांग
कोरबा जिले में चल रहे कोयला खनन प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और आदिवासी समुदायों में भारी असंतोष है। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन कार्य के चलते न केवल उनकी जमीनें छीनी जा रही हैं, बल्कि उन्हें समुचित मुआवज़ा और पुनर्वास भी नहीं मिल रहा।
विरोध स्वरूप हजारों ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया और सरकार से निष्पक्ष सर्वे, पुनर्वास नीति में सुधार और मुआवज़ा की मांग की। दूसरी ओर, खनन कंपनियों का दावा है कि वे सभी नियमों का पालन कर रही हैं।
राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है, जो दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। सामाजिक संगठनों ने इसे ‘विकास बनाम विस्थापन’ का ज्वलंत उदाहरण बताया है।