श्रीसूक्त पाठ – मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी स्तोत्र, जानें कैसे करें विधिपूर्वक पाठ
श्रीसूक्त पाठ वैदिक ऋचाओं पर आधारित वह दिव्य स्तोत्र है जो धन, वैभव, सौंदर्य और सुख-शांति प्रदान करता है। इसका पाठ शुक्रवार को विशेष फलदायक होता है।
श्रीसूक्त, ऋग्वेद का हिस्सा है, जिसे माता लक्ष्मी की स्तुति के लिए गाया जाता है। यह 15 मंत्रों का संकलन है, जिसमें लक्ष्मी जी के सौंदर्य, कृपा और कृपालु स्वभाव का उल्लेख है। इसका पाठ सच्चे मन और उच्चारण की शुद्धता से करने पर धन की वृद्धि होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
श्रीसूक्त पाठ से पहले मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीपक जलाएं, सफेद कमल या गुलाब चढ़ाएं और खीर, पंचामृत या मिश्री का भोग लगाएं। फिर शांत मन से श्रीसूक्त के मंत्रों का उच्चारण करें।
इस स्तोत्र का पाठ शुक्रवार, पूर्णिमा, या किसी शुभ दिन कर सकते हैं। इसे घर, ऑफिस या व्यापार स्थल पर करने से लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह पाठ वास्तु दोष, पैसों की तंगी, और पारिवारिक अस्थिरता को दूर करता है।