स्वस्थ जीवनशैली: योग और मेडिटेशन का बढ़ता चलन

योग और मेडिटेशन भारत में स्वस्थ जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बन रहे हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे रहे हैं।

 

आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव ने लोगों को योग और मेडिटेशन की ओर आकर्षित किया है। हाल ही में आयुष मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 60% से अधिक लोग नियमित रूप से योग या मेडिटेशन का अभ्यास कर रहे हैं। शहरों में योग स्टूडियो और ऑनलाइन योग कक्षाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना 20 मिनट का योग हृदय स्वास्थ्य, रक्तचाप, और मानसिक शांति में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, मेडिटेशन तनाव कम करने और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। कई कंपनियां अब अपने कर्मचारियों के लिए ऑफिस में योग सत्र आयोजित कर रही हैं। हालांकि, योग और मेडिटेशन के लाभ तभी मिलते हैं, जब इन्हें नियमित रूप से और सही तरीके से किया जाए। गलत आसन या तकनीक से चोट लगने का खतरा हो सकता है, इसलिए प्रशिक्षित योग शिक्षकों से मार्गदर्शन लेना जरूरी है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Yoga International और Art of Living के कोर्स इस दिशा में मददगार हैं। स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं।

 

 

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