गाज़ीपुर में ग्रामीणों ने बनाया पुल: सरकारी वादों से तंग आए लोग
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले के एक गांव में ग्रामीणों ने सरकारी वादों से तंग आकर अपने दम पर एक पुल का निर्माण कर लिया। यह पुल कई वर्षों से लंबित था, और स्थानीय लोग बारिश के मौसम में नदी पार करने में भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। 15 अप्रैल 2025 को ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर और श्रमदान के जरिए इस पुल को पूरा किया। इस घटना ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं, और लोग इसे "जनता की ताकत" का प्रतीक बता रहे हैं।
हालांकि, जिला प्रशासन ने इस पुल की सुरक्षा जांच का आदेश दिया है, क्योंकि इसे बिना तकनीकी मंजूरी के बनाया गया है। डीएम आर्यका अखौरी ने कहा, "हम ग्रामीणों की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।" विपक्षी दलों ने इस घटना को सरकार की नाकामी का सबूत बताया। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "जब सरकार सोती है, तब जनता जागती है। गाज़ीपुर के लोगों ने दिखा दिया कि वे अपनी समस्याओं का समाधान खुद कर सकते हैं।" यह घटना उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे की कमी और सरकारी जवाबदेही पर सवाल उठाती है।