शनिवार को शनि देव का पूजन: पीपल की पूजा और तैल अभिषेक से मिलती है राहत
शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। यह दिन उन सभी लोगों के लिए विशेष होता है जिनकी कुंडली में साढ़ेसाती, ढैय्या या शनि दोष है। शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है, जो कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इस दिन किया गया उपाय व्यक्ति के जीवन की बड़ी से बड़ी बाधा को दूर कर सकता है।
प्रातःकाल स्नान कर काले या नीले वस्त्र धारण करें। पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सात बार परिक्रमा करें। शनिदेव को काले तिल, लोहे की वस्तु, नीले फूल, उड़द और तेल अर्पित करें। “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप 108 बार करें और “शनि चालीसा” अथवा “शनि स्तोत्र” का पाठ करें।
यदि संभव हो तो इस दिन जरूरतमंदों को काले वस्त्र, तिल या लोहे के बर्तन का दान करें। शाम को हनुमान जी का पूजन कर “सुंदरकांड” या “हनुमान चालीसा” का पाठ करने से शनि दोष शांत होता है। यह उपाय विशेषकर नौकरी में बाधा, रोग, कर्ज, कोर्ट केस और मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक होता है।