गुरुवार को बृहस्पति पूजन और व्रत: विवाह और शिक्षा के मार्ग होंगे प्रशस्त
गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ होता है जो विवाह, संतान प्राप्ति, शिक्षा और ज्ञान में प्रगति चाहते हैं। यह व्रत विशेषकर कन्याओं और विवाहित स्त्रियों के लिए लाभकारी होता है।
इस दिन प्रातः स्नान कर पीले वस्त्र पहनें। घर के मंदिर में बृहस्पति देव की तस्वीर रखें और उन्हें हल्दी, पीले फूल, चने की दाल, केला और पीली मिठाई अर्पित करें। “बृहस्पति स्तोत्र” और “विष्णु सहस्त्रनाम” का पाठ करें। व्रत में केवल पीले फल या नमक रहित भोजन ग्रहण करें।
यदि यह व्रत 16 गुरुवार तक लगातार श्रद्धा से किया जाए, तो बृहस्पति देव की कृपा से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, परिवार में शांति आती है और उच्च शिक्षा तथा करियर में उन्नति होती है। इस दिन केले के पेड़ की पूजा भी शुभ मानी जाती है।