मेरठ में भारी बारिश और जलजमाव से यातायात प्रभावित
मेरठ सहित उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक भारी बारिश हुई, जिसके कारण शहर में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मौसम विज्ञान विभाग ने पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए येलो अलर्ट जारी किया था, जिसमें तेज हवाओं और मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी।
मेरठ में रातभर हुई बारिश के कारण दिल्ली रोड, गढ़ रोड, और शास्त्री नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सड़कों पर घुटने तक पानी भर गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। कई वाहन सड़कों पर फंस गए, और लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में घंटों लग गए। बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने कई जगहों पर पेड़ उखाड़ दिए, जिससे बिजली के तार टूट गए और शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। मौसम विभाग के अनुसार, मेरठ में पिछले 24 घंटों में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई, और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। इस बारिश ने स्थानीय किसानों को भी प्रभावित किया, क्योंकि खेतों में पानी भरने से गेहूं और सरसों की फसलों को नुकसान पहुंचा। मेरठ नगर निगम पर नालियों की सफाई में लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से निचले इलाकों में न जाने और सावधानी बरतने की अपील की।
घटना की तारीख और समय
29 अप्रैल 2025, रात 9:00 बजे से 30 अप्रैल 2025, सुबह 7:00 बजे तक
घटना का स्थान
मेरठ, सहारनपुर, और मुजफ्फरनगर जिले, उत्तर प्रदेश
घटना में प्रभावित लोग या संपत्ति
हजारों लोग प्रभावित, कई घरों में पानी घुसा, सड़कों पर जलजमाव, फसलों को नुकसान, बिजली आपूर्ति बाधित।
प्रशासन या अन्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया
मेरठ नगर निगम ने जलजमाव को हटाने के लिए पंप तैनात किए और नालियों की सफाई शुरू की। आपदा प्रबंधन विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी। बिजली विभाग ने आपूर्ति बहाल करने के लिए टीमें तैनात कीं।
आगे की कार्यवाही या प्रभाव
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए हल्की बारिश की संभावना जताई है। प्रशासन ने जलजमाव की समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड करने की योजना बनाई है। किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए कृषि विभाग की टीमें गठित की गई हैं।