योगी सरकार का भारत-नेपाल सीमा पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को भारत-नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील जिलों में अवैध अतिक्रमण और गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। यह अभियान बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, और श्रावस्ती जिलों में केंद्रित था,
जहां प्रशासन ने बुलडोजर का उपयोग करके सैकड़ों अवैध कब्जों को हटाया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य सीमा सुरक्षा को मजबूत करना, कानून-व्यवस्था बनाए रखना, और शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना है। श्रावस्ती जिले में विशेष रूप से 34 गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों को सील किया गया, और नो मैन्स लैंड पर बनी एक मस्जिद के हिस्से को ध्वस्त किया गया। इसके अलावा, 127 जमीनों से अवैध कब्जा हटाया गया। बहराइच में कई अवैध धार्मिक स्थलों को भी तोड़ा गया। इस अभियान के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी भी तरह की अशांति को रोका जा सके। प्रशासन ने दावा किया कि सभी कार्रवाइयां नियमों के अनुसार और सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए की गईं। हालांकि, इस अभियान को लेकर कुछ सामाजिक संगठनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि स्थानीय लोगों ने इसे सीमा सुरक्षा के लिए जरूरी कदम बताया। यह अभियान बुधवार को भी जारी रहा, और प्रशासन ने अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्रवाइयां करने की योजना बनाई है।
घटना की तारीख और समय
29 अप्रैल 2025, सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
घटना का स्थान
बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, और श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश
घटना में प्रभावित लोग या संपत्ति
सैकड़ों अवैध कब्जे हटाए गए, 34 मदरसे सील, एक मस्जिद का हिस्सा ध्वस्त, कोई हताहत नहीं।
प्रशासन या अन्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया
जिला प्रशासन ने अभियान को सीमा सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए जरूरी बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्रवाइयां पारदर्शी और नियमों के अनुसार हों।
आगे की कार्यवाही या प्रभाव
अभियान अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। प्रशासन ने अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में भी अवैध अतिक्रमण की जांच शुरू की है। इस कार्रवाई ने उत्तर प्रदेश में सीमा सुरक्षा और अवैध निर्माण को लेकर बहस छेड़ दी है।