दिल्ली

कापसहेड़ा में पुलिस हिरासत में नाबालिग की मौत, स्थानीय लोगों का हंगामा

दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में मंगलवार रात एक नाबालिग की पुलिस हिरासत में मौत ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया। पुलिस के अनुसार, नाबालिग को चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। कापसहेड़ा पुलिस स्टेशन में पूछताछ के दौरान नाबालिग की अचानक तबीयत बिगड़ गई, और उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, 

 

जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का दावा है कि नाबालिग की मौत हृदय गति रुकने के कारण हुई, और प्रारंभिक जांच में किसी भी तरह की शारीरिक हिंसा के सबूत नहीं मिले। हालांकि, स्थानीय लोगों और नाबालिग के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट और लापरवाही का आरोप लगाया। इस घटना के बाद बुधवार सुबह सैकड़ों स्थानीय निवासियों ने कापसहेड़ा में मुख्य सड़क जाम कर दी और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इस हंगामे के कारण क्षेत्र में कई घंटों तक यातायात बाधित रहा, और स्थानीय दुकानें बंद रहीं। इस घटना ने दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली और हिरासत में मौतों के मामलों पर फिर से सवाल उठाए हैं। सामाजिक संगठनों ने इस मामले को मानवाधिकार उल्लंघन का उदाहरण बताते हुए स्वतंत्र जांच की मांग की है।

घटना की तारीख और समय

29 अप्रैल 2025, रात 10:00 बजे से 30 अप्रैल 2025, सुबह 11:00 बजे तक

घटना का स्थान

कापसहेड़ा, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली, दिल्ली

घटना में प्रभावित लोग या संपत्ति

एक नाबालिग की मृत्यु, सड़क जाम से हजारों लोग प्रभावित, पुलिस वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति को मामूली नुकसान।

प्रशासन या अन्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया

दिल्ली पुलिस ने मामले की आंतरिक जांच शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें शांत करने की कोशिश की। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट कमेटी गठित करने का आदेश दिया।

आगे की कार्यवाही या प्रभाव

प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मजिस्ट्रेट जांच के नतीजे इस मामले में आगे की कार्रवाई तय करेंगे। इस घटना ने दिल्ली में पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों पर व्यापक बहस छेड़ दी है, और सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।

 

 

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