धनबाद के तीन युवकों के कथित अपहरण का मामला निकला झूठा, सभी रांची से सकुशल बरामद
धनबाद, 5 मई 2025 — मुनीडीह ओपी क्षेत्र के आमडीह बस्ती निवासी सरोज कुमार महतो और उनके दो साथियों के कथित अपहरण की खबर ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। सरोज के भाई मनोज कुमार महतो ने 3 मई को मुनीडीह ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि अपहर्ता तीन करोड़ रुपये की फिरौती मांग रहे हैं।
प्राथमिकी के अनुसार, सरोज 26 अप्रैल को बोकारो जिले के दुग्धा स्थित चंदवाडीह के मुखिया चंदन सिंह के घर गए थे। वहां से मुखिया का ड्राइवर उन्हें रांची एयरपोर्ट ले गया, जहां से वे मुंबई रवाना हुए। 29 अप्रैल को सरोज ने अपने भाई को फोन कर बताया कि उनका अपहरण हो गया है और उनके साथ दो अन्य मित्र भी हैं। उन्होंने बताया कि अपहर्ता तीन करोड़ रुपये की फिरौती मांग रहे हैं और एक चैरिटेबल ट्रस्ट के खातों में पैसे जमा करने को कहा गया है। मनोज ने बताया कि उन्होंने एक खाते में 4.95 लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और एक टीम को मुंबई रवाना किया। हालांकि, जांच के दौरान यह पता चला कि सरोज और उनके साथी अपहरण की कोई घटना नहीं हुई थी। वे सभी स्वेच्छा से गए थे और एक कहानी रची थी। पुलिस ने उन्हें रांची से बरामद कर लिया है और अब उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बरामद लोगों में से एक व्यक्ति का विवादों से पुराना नाता रहा है और इस तरह की कई शिकायतें भी थाना में आई हैं। संभावना है कि इसी तरह के कुछ कार्य के कारण पूरी कहानी रची गई।
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इस झूठी कहानी के पीछे क्या मकसद था। यदि यह साबित होता है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, तो संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।