लातेहार में पुलिस पिटाई से ग्रामीण की मौत, गुस्से में उबल पड़ा गांव
पुलिस की बर्बरता से मौत के बाद गांव में तनाव का माहौल, प्रदर्शन शुरू लातेहार जिले से एक बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां पुलिस की कथित पिटाई से एक ग्रामीण की मौत हो गई। मृतक की पहचान गारू थाना क्षेत्र के निवासी के रूप में हुई है। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि युवक को पुलिस ने पूछताछ के नाम पर थाने बुलाया था, जहां बर्बर तरीके से पीटाई की गई। इसके बाद युवक की हालत बिगड़ी और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
घटना के बाद पूरे गांव में गुस्से की लहर फैल गई है। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और थाने का घेराव किया। मृतक के परिजनों का कहना है कि युवक निर्दोष था और उसे बेवजह थाने ले जाकर प्रताड़ित किया गया। लोगों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
स्थिति को काबू में करने के लिए जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दे दिए हैं और आश्वासन दिया है कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी बताती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिसिया कार्यशैली अभी भी भय और दमन के सहारे चल रही है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी आवाज़ उठाई है और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
झारखंड सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने भी घटना की निंदा की है और पीड़ित परिवार को न्याय देने की बात कही है।
यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या आज भी आम नागरिक की जान की कोई कीमत है या नहीं, और क्या पुलिस के हाथों निर्दोषों की जान यूं ही जाती रहेगी।