शनि जयंती 6 जून को, पीड़ित जातकों के लिए यह दिन लाएगा विशेष राहत
शनि जयंती पर विशेष पूजन और शनि स्तुति से शनि दोषों से मुक्ति मिलती है। शनि ग्रह को शांत करने के लिए यह दिन अत्यंत प्रभावी होता है।
शनि देव का प्राकट्य दिवस यानी शनि जयंती इस बार 6 जून 2025, शुक्रवार को मनाया जाएगा। ज्योतिष के अनुसार, शनि को न्याय का देवता माना जाता है जो कर्मानुसार फल देते हैं। शनि जयंती पर विशेष पूजन से जीवन की बाधाएं और शनि दोष से मुक्ति मिलती है। इस दिन काले तिल, नीले फूल, काले वस्त्र और सरसों के तेल से शनि देव की पूजा की जाती है।
देशभर के शनि मंदिरों में इस अवसर पर विशेष अभिषेक, हवन, यज्ञ और दान का आयोजन होता है। शनि शांति मंत्रों का पाठ और नवग्रह पूजा विशेष लाभकारी मानी जाती है। जो जातक शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित हैं, उन्हें इस दिन पूजा, दान और उपवास अवश्य करना चाहिए। शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा करने से आयु में वृद्धि, कर्ज से मुक्ति और रोजगार के नए अवसरों की प्राप्ति होती है।