"Panchayat Season 3" की वापसी ने बढ़ाई उम्मीदें, ग्रामीण भारत की सरल कहानी फिर छा गई
'Panchayat' के तीसरे सीज़न की लॉन्चिंग के साथ ही दर्शकों के दिलों में एक बार फिर गांव की मिट्टी की खुशबू फैल गई है। जितनी तारीफ पहले दो सीज़न को मिली थी, उतना ही प्यार तीसरे को भी मिल रहा है।
Panchayat Season 3 एक बार फिर फुलेरा गांव और वहां के प्यारे किरदारों की दुनिया में ले जाता है, जहां समस्याएं जटिल नहीं होतीं, पर उनके समाधान इंसानियत से भरे होते हैं। गांव का सचिव, प्रधान और उनके आस-पास की ज़िंदगी में जो हास्य, व्यंग्य और यथार्थ है, वो दर्शकों को अंदर तक छू जाता है। इस बार सीज़न में पंचायत राजनीति के साथ-साथ व्यक्तिगत रिश्तों में भी गहराई दिखती है – जैसे बदलाव के साथ संघर्ष, असहमति में प्रेम, और आधुनिकता बनाम परंपरा का द्वंद्व। ग्रामीण भारत की वास्तविकता को इस तरह पेश करना कि वो मनोरंजक भी लगे और संवेदनशील भी, यही इसकी सबसे बड़ी जीत है। यह सीरीज़ युवा वर्ग में भी लोकप्रिय हो रही है क्योंकि यह विकास और जमीन से जुड़े मुद्दों पर भी सोचने पर मजबूर करती है।